मिर्ज़ा ग़ालिब एक येसी शक्सिसत जिसे हर कोई जनता है | एक यैसे महान शायर जिन्होंने लोगो का शायरी के प्रति नजरिया ही बदल दिया | इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आहे मिर्ज़ा ग़ालिब की कुछ बोहोत बेहतरीन शायरी या. आशा है की आपको ये जरुर पसंद आएगी निचे दी गयी सारी शायरी इमेजेस आप फ्री में डाउनलोड कर सकते है |
मिर्जा गालिब साहब का जन्म आगरा में 27 दिसंबर 1797 में हुआ था | मिर्जा गालिब जी का पूरा नाम मिर्जा असद उल्लाह बैग का उर्फ ग़ालिब था | आज हम हमारी इस पोस्ट में,मिर्जा गालिब साहब की कुछ चुनिंदा और बहुत ही प्रसिद्ध शायरियां आपके साथ साझा करेंगे हमारी यह पोस्ट कैसी लगी हमें जरूर बताइएगा|
|मिर्जा गालिब यह एक येसा नाम है जो शायद हर चाहने वाले के दिल पर आज भी उसी प्यार से राज करता है, जिस तरह उनके जमाने में किया करता था | | एक बार जरूर पढियेगा मिर्जा गालिब साहब की कुछ बेहतरीन शायरियां जो आपका दिल छू लेगी |वह कहते हैं ना मौसकी की कोई सरहद नहीं होती | इसी तरह सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बाहर भी मिर्जा गालिब को बहुत से लोग आज भी उतना ही प्यार करते हैं |
13 साल की उम्र नवाब इलाही बख्श की बेटी उमराव बेगम से इनकी शादी हो गई थी गालिब ने कई जगह काम किया है | दिल्ली जयपुर लेकिन उसके बाद वह आगरा वापस आ गए और वही रहने लगे जहां उनका घर था ग़ालिब साहब वफात (निधन) 15
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