तू एक बार नज़र मिलाके कहदे की रकीब चाहिए तुझको
तेरी कमस तुझे अपनी ज़िन्दगी से अलविदा अभी और आज केह दूंगा
तू पलट ककर फिरसे मेरे बाहों को तरसेगी
और न तरसी तो अपनी मोहब्बत को मज़ाक कह दूंगा
खाली बैठे हो तो एक काम मेरा कर दो ना ,
मुझको अच्छा सा जख्म अता कर दो ना !
ध्यान से पंछियों को देते हो दाना-पानी ,
इतने अच्छे हो तो पिंजरे से रिहा कर दो ना !...
मुझे बर्बाद करके तुम आबाद हो जाना
फर्क नहीं पड़ता तुम कहीं भी जाना
अगर मर जाऊं मैं तो अगर मर जाऊं मैं तो
मेरी अर्थी को हाथ मत लगाना
मैडम पहली फुर्सत में निकल जाना..........!
तुम्हारी याद के डर से मैं अपना शहर नहीं बदलूंगा
तन्हाइयों से घिरा हुआ ये घर नहीं बदलूंगा..
ज़िन्दगी के किसी भी मोड़ पर तुम्हारा फ़ोन आ सकता है...
बस इसी आस मे मैं अपना नंबर नहीं बदलूंगा
सिर्फ मैं ही रोया हु उसकी यादो में ये सच नहीं यारो
आंसू तो उसने भी बहाये होंगे
बड़ी मुश्किल डिलीट किया मैंने नंबर उसका
मेरी तस्वीर जलाते वक़्त हात उसके भी कपकपाये होंगे
बिछड़ कर आप से हमको ख़ुशी अच्छी नहीं लगती,
लबों पर ये बनावट की हँसी अच्छी नहीं लगती,
कभी तो खूब लगती थी मगर ये सोचते हैं हम,
कि मुझको क्यों मेरी ये ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती।
तेरी दुनिया में जीने से तो बेहतर है कि मर जायें,
वही आँसू, वही आहें, वही ग़म है जिधर जायें,
कोई तो ऐसा घर होता जहाँ से प्यार मिल जाता,
वही बेगाने चेहरे हैं जहाँ जायें जिधर जायें।
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
मंजिल भी उसकी थी, रास्ता भी उसका था,
एक मैं ही अकेला था, बाकि सारा काफिला भी उसका था,
एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी,
और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।
अब तेरे बिना जिंदगी गुजारना मुमकिन नही है,
अब और किसी को इस दिल में बसाना आसान नही है,
हम तो तेरे पास कब के चले आये होते सब कुछ छोड़ कर,
लेकिन तूने कभी हमे दिल से पुकारा ही नही है।